Not known Details About Shodashi
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कामपूर्णजकाराख्यसुपीठान्तर्न्निवासिनीम् ।
इस सृष्टि का आधारभूत क्या है और किसमें इसका लय होता है? किस उपाय से यह सामान्य मानव इस संसार रूपी सागर में अपनी इच्छाओं को कामनाओं को पूर्ण कर सकता है?
कामेश्यादिभिरावृतं शुभ~ण्करं श्री-सर्व-सिद्धि-प्रदम् ।
Darshans and Jagratas are pivotal in fostering a sense of Group and spiritual solidarity amid devotees. Through these gatherings, the collective energy and devotion are palpable, as individuals engage in different kinds of worship and celebration.
सा नित्यं मामकीने हृदयसरसिजे वासमङ्गीकरोतु ॥१४॥
Working day: On any thirty day period, eighth day in the fortnight, full moon day and ninth day in the fortnight are mentioned to get very good days. Fridays also are Similarly fantastic times.
षोडशी महाविद्या प्रत्येक प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं। मुख्यतः सुंदरता तथा यौवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होने के परिणामस्वरूप मोहित कार्य और यौवन स्थाई रखने हेतु इनकी साधना अति उत्तम मानी जाती हैं। त्रिपुर सुंदरी महाविद्या संपत्ति, समृद्धि दात्री, “श्री शक्ति” के नाम से भी जानी जाती है। इन्हीं देवी की आराधना कर कमला नाम से विख्यात दसवीं महाविद्या धन, सुख तथा समृद्धि की देवी महालक्ष्मी है। षोडशी देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध अलौकिक शक्तियों से हैं जोकि समस्त प्रकार की दिव्य, अलौकिक तंत्र तथा मंत्र शक्तियों की देवी अधिष्ठात्री मानी जाती हैं। तंत्रो में उल्लेखित मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन इत्यादि जादुई शक्ति षोडशी देवी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं होती हैं।- षोडशी महाविद्या
The above one is not really a Tale but a legend and a point because the individual blessed by Sodhashi Tripur Sundari, he results in being the regal person. He achieves everything due to his knowledge, desire and workmanship.
रविताक्ष्येन्दुकन्दर्पैः शङ्करानलविष्णुभिः ॥३॥
श्रीचक्रान्तर्निषण्णा गुहवरजननी दुष्टहन्त्री वरेण्या
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरी अपराध क्षमापण स्तोत्रं ॥
The reverence for Tripura Sundari transcends mere adoration, embodying the collective aspirations for spiritual progress as well as the attainment of worldly pleasures and comforts.
सा देवी कर्मबन्धं मम भवकरणं नाश्यत्वादिशक्तिः ॥३॥
It is usually observed that wisdom and prosperity don't continue to be together. But Sadhana of Tripur Sundari provides both and in addition eliminates ailment and other ailments. He in no way goes beneath poverty and will become Shodashi fearless (Shodashi Mahavidya). He enjoys each of the worldly pleasure and will get salvation.